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जैविक खेती करने के लिए Weste Decomposur का प्रयोग कैसे करें


 जैविक खेती करने के लिए Waste Decomposer का प्रयोग कैसे करें

हलो दोस्तों,
                                                                                                                                 फिर से बहुत-बहुत स्वागत है आपके अपने ब्लॉग 'Total Excel' की साईट "www.totalcexcel.com"पर। आपके इस ब्लॉग में पधारने पर हम अति ख़ुश आशा करते हैं कि आज का दिन आपके के लिए मंगलमय हो। और आप दिन दोगनी उन्नति करें। और चर्चा को आगे बढ़ाते है

हळो दोस्तों कैसे हैं ?आप सब मैं सोचता हूं कि आप सब अच्छे होंगे । इस post में हम आपको बताएंगे कि आप(Organic farming) जैविक खेती में प्रयोग में लाया जाने वाला product Waste Decomposer का प्रयोग किस प्रकार से किया जाता है अगर आप जैविक खेती करना चाहते हैं तो आप इस कि शुरुआत Waste Decomposer करते हैं तो बहुत ही फायदेमंद साबित होगा।

        अगर आप Waste Decomposer का प्रयोग अपने खेत में 21 दिन के अन्तराल में करते हुए तीन बार प्रयोग कर लेते हैं तो आप के खेत में केचवे नजर  आने लगते हैं तथा आपके खेत की मिट्टी का रंग बदल जाता है 


वेस्ट डीकंपोजर का निर्माण स्थल:-

                              वेस्ट डीकंपोजर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद  में तैयार किया गया है अक्टूबर 2018 में आयोजित देश के पहले कृषि मेले में वेस्ट डीकंपोजर की उपयोगिता को लेकर गांव कनेक्शन के डिप्टी न्यूज एडिटर अरविंद शुक्ला ने एनसीओएफ के निदेशक डॉ कृष्णचंद्र से विस्तार से इसके बारे में चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि वेस्ट डीकंपोजर एक जैविक रसायन है,जो की गाय के गोबर से तैयार किया गया है इसके उपयोग से मिट्टी में कार्बन और सूक्ष्म  तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है

राष्ट्रीय जैविक खेती केन्द्र गाजियाबाद के उत्पाद वेस्ट डीकंपोजर(कचरा अपघटक) से कई लाखों किसानों को फायदा हुआ है डॉ कृष्णचंद्र कृषि कल्याण मंत्रालय 
सरकार के जैविक खेती परियोजना को लेकर शुरू किए गए विभाग राष्ट्रीय जैविक खेती केन्द्र, गाजियाबाद के निदेशक और वेस्ट डीकंपोजर की खोज करने वाले प्रधान वैज्ञानिक हैं ं


वेस्ट डीकंपोजर  से होने वाले लाभ:-

  1.                                                                                       यह 35 से 40 दिनों में अपशिष्ट, पशु अपशिष्ट ,रसोई के अपशिष्ट, शहरों में पाए जाने वाले अपशिष्ट जैव से संबंधित अपघटित  योग्य सामग्री को अपघटित कर अच्छी-खासी खाद का निर्माण कर देता है। 
  2.                                                                                           आजकल जो किसान भाई पराली व गेहूं के अपशिष्ट को आग के हवाले कर देते हैं इससे जमीन में पाएं जानेवाले मित्र किट मर जाते हैं इसके फलस्वरूप जमीन अनुपजाऊ हो जाती हैं फ़सल के अपशिष्ट को जळाना जो की कानून अपराध है अगर किसान भाई इन सभी अपशिष्ट के ऊपर वेस्ट डीकंपोजर का प्रयोग करते हैं तो इससे तैयार खाद से हमारे खेतों की उपजाऊ शक्ति की वर्धी होती है
  3.                                                                                     इसलिए किसी भी किसान भाई को अपने खेत के अपशिष्ट को जळाना नहीं चाहिए।
  4.                                                                                                                   जो किसान भाई खेती के साथ-साथ पशु पालते हैं वे पशुओं के गोबर के ढेर पर वेस्ट डीकंपोजर का प्रयोग करके 30 से 35 दिनों के भीतर अपने गोबर के ढेर से बहुत अच्छी खाद तैयार कर सकते हैं वैसे इससे तैयार होने में एक से दो साल भी लग सकतें हैं ।
  5.                                                                          परम्परागत विधियों से तुलना करके देखें तो यह खाद तैयार करने की सबसे तीव्र विधियों में से एक है
  6.                                                                                     वेस्ट डीकंपोजर गाजियाबाद में तैयार किया गया। तथा इसकी कीमत सिर्फ 20 रुपए रखी गई है तथा एक बार वेस्ट डीकंपोजर का घोल तैयार करके आप इस घोल को जीवन पर्यन्त प्रयोग कर सकते हैं यह इसका सबसे बड़ा लाभ कह सकते हैं
  7.                                                                                           अगर आप वेस्ट डीकंपोजर को बाजार से लाने में असमर्थ हैं तो आप इसका घोल अपने पड़ोसी किसान से 2लिटर  लेकर आ सकतें हैं और उसे वेस्ट डीकंपोजर का घोल तैयार करें । 


Waste Decomposer को तैयार करने की विधि

             इसके लिए आप के पास ये तीन चीजें होनी चाहिए-एक  200 लीटर का प्लास्टिक का ड्रम, 1.5 किलोग्राम गुड़ का घोल, Waste Decomposer की शिशी जिसमें जिन्दा जीवाणु आते हैं। सबसे पहले हम ड्रम को पानी से भर लेते हैं इसके बाद आपको पानी के अंदर गुड़ के घोल को डाल देना है अब आपको ड्रम के पानी में Waste Decomposer की शिशी से उसके अंदर रखें जिवाणुओं को किसी सलाई व सरकंडे की सहायता से निकाल कर डाल देना है 

     


                 उसके बाद आपको ड्रम के घोल को एक डंडे की सहायता से क्लोक वाइज दिशा में घुमाना हैं यह प्रक्रिया सुबह शाम करते रहना होगा।अब ड्रम को किसी कपड़े व ढकने से ढक देना है जब ड्रम के घोल को डंडे की सहायता से घड़ी की सुई के घुमने की दिशा घुमाते हैं जब सात से दस दिन हो जाएंगे तब आप देखें कि पानी का रंग बदल गया है तथा इसमें स्मेल आने लगी है तो आप समझ लेना कि आपका Waste Decomposer घोल तैयार हो गया है



जमीन में कैसे डालें

1.वेस्ट डीकंपोजर के घोल को आप किसी भी स्प्रेयर का प्रयोग करके जमीन पर या फ़सल पर आसानी से कर सकते हैं।

2.आप अपने ड्रम के नीचे की तरफ एक नल लगाकर बहते पानी के द्वारा भी अपने खेत व क्यारी में वेस्ट डीकंपोजर के घोल को डाल सकते हैं।

3 वेन्चुअरी के माध्यम से भी आप इस घोल को अपनी फसल में दे सकते हैं।

4.वेस्ट डीकंपोजर का छिड़काव आप किसी वर्तन में डाल कर भी कर सकते हैं

5.वेस्ट डीकंपोजर से आप बीजों को भी उपचारित कर सकते हैं यह बीजों उपचार का सबसे आसान और सस्ता साधन है।

6.इस प्रकार हम कह सकते हैं कि वेस्ट डीकंपोजर से वातावरण को भी शुद्ध किया जा सकता है यह आज़ के युग का रामबाण सिद्ध हो गया है।

अंतिम शब्द:-

       दोस्तों मैं समझता हूं कि आप सभी को ये पोस्ट अच्छी तरह से समझ में आ गई होगी। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आएं तो आप इसको अपने मित्रों को शेयर जरूर करें। अगर आप इस पोस्ट के बारे में और जानकारी चाहते हैं तो मुझे comments करें।या मुझे फोन-9518183470 पर फोन कर सकते हैं। जयहिंद

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